चमत्कारिक रामठरा शिव मंदिर सपोटरा

उपखंड मुख्यालय से 2 किमी दूर स्थित रामठरा का प्राचीन चमत्कारिक शिव मंदिर करीब 400 साल पुराना है। जिसमें शिव भगवान की स्वेत प्रतिमा टेढ़ी गर्दन होने से अद्भुत व चमत्कारिक है। जिनके दाईं ओर गणेशजी महाराज व बाईं ओर मां पार्वती की प्रतिमा के साथ सामने शिवलिंग व नंदी भगवान की प्रतिमा स्थापित है। इतिहासकारों व बुजुर्गों द्वारा बताया जाता है शिव प्रतिमा प्रतिदिन दिन के तीनों पहर सुबह,दोपहर व सांय को स्वत: ही क्रमश: स्वेत,आसमानी तथा मटमैले रंग में परिवर्तित होकर अपने चमत्कार को दर्शाती है।

दूसरी ओर बताया जाता है कि करीब 150 साल पहले जागीरदारों के अत्याचारों से रामठरा बस्ती उजड़ती चली गई। इसका प्रमुख कारण बताया जाता है कि शिव भगवान को क्रोध आने पर शिव प्रतिमा ने अपना सिर दाऐं कंधे की ओर मोड़ लिया। इससे पूर्व शिव प्रतिमा सामान्य स्थिति में थी। मंदिर में प्रतिदिन श्रद्धालुओं की विशेष भीड़ देखने को मिलती है,जबकि श्रावण मास में भक्तों द्वारा देर शाम तक पूजा अर्चना कर बिल्व पत्र,धतूरा,पुष्प,भंग आदि चढ़ाकर मनौती मांगी जाती है। कहा जाता है कि श्रद्धा से मांगी गई मनोकामना अवश्य पूर्ण होती है।